स्वच्छ परिवेश बनेगा
स्वच्छ निज देश बनेगा।
घर-आँगन-चौवारे होंगे
स्वच्छ हमारे द्वारे होंगे।
गली-मोहल्ला-सडक स्वच्छ तो
जीवन स्वस्थ हमारे होंगे।।
स्वस्थ तन-मन होंगे तो
स्वस्थ निज देश बनेगा।
स्वच्छ परिवेश...
कालेज क्या विद्यालय होंगे
स्वच्छ सभी कार्यालय होंगे।
सार्वजनिक स्थल सब अपने
ज्यों पावन देवालय होंगे।।
स्वच्छ नाली-नाले तो
देश संदेश बनेगा।
स्वच्छ परिवेश...
ताल-तलैया न्यारे होंगे
निर्मल नदी-नवारे होंगे।
अम्ल न बरसेंगे धरती पर
स्वच्छ समुंदर खारे होंगे।।
स्वच्छ सब हुए ठाँव तो
देश रूपेश बनेगा।
स्वच्छ परिवेश...
©️ सुकुमार सुनील
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