*सजल*
------------------------------
----------
समांत- आन
पदांत- चाहिए
मात्रा-भार- 16
----------------------------------------
तिमिर हटे दिनमान चाहिए
दीपित हिंदुस्तान चाहिए
सत्, असत्य पर विजय पा सके
सत्यनिष्ठ सुविधान चाहिए
पात-पात उल्लू बैठा है
डाल-डाल संज्ञान चाहिए
बहतीं हैं विष-युक्त हवाएँ
सबको जीवन-दान चाहिए
जन-जन व्याधि-ग्रस्त बैठा है
औषधि-मुक्त निदान चाहिए
आँखों में धागे हैं रक्तिम
कहते हैं सम्मान चाहिए
-----------------------------------------
©️सुकुमार सुनील
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें